अगर मन में सच्ची लगन और सच्ची निष्ठां हो तो कुछ भी संभव नहीं है. वो आपके अन्दर की निष्ठां ही होती है जो आपको कभी हार मानने नहीं देती है. हार का सामना तो सभी को करना होता है लेकिन जो हार कर भी फिर से अपने लक्ष्य के प्रति तैयारी में लग जाती है आख़िरकार सफलता उन्ही को मिलती है. ये सफलता की कहानी है वीनिता पहल की. वीनिता पहल हरियाणा के करनाल की रहने वाली है.
वीनिता पहल ने अपने जीवन में कभी हार नहीं मानी . लगातार प्रयास करती रही और उन्हें सफलता भी आपार मिली. वीनिता पहल का एक बार में BDO और IPS दोनों में सिलेक्शन हो गया था. विनीता के पिता एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल हैं . उनका नाम सुरेंद्र सिंह है. उनकी माँ कमलेश पहल गणित की शिक्षक है.
विनीता ने सेंट स्टफिन कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है. ग्रेजुएशन के तुरंत बात वो JNU से पोस्ट ग्रेजुएशन करने लगी. लेकिन उसी वक्त उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी भी करने लगी. उन्होंने किसी भी कोचिंग या इंस्टीट्यूट का सहारा नहीं लिया. वो सेल्फ स्टडी से ही पूरी निष्ठां से PCS की तैयारी में जुट गई.
आख़िरकार उनकी मेहनत रंग लाइ और वर्ष 2021 में उनको दो परीक्षा में कामयाबी मिली. पहला हरियाणा पीसीएस में उनका सिलेक्शन हो गया वहीँ दूसरा यूपी पीसीएस में भी विनीता का सिलेक्शन हो गया . उनको यूपी PCS में ऑल यूपी सेकंड रैंक आया था. वो उन्होंने यूपी PCS को चुना. आज वो डिप्टी एसपी के पद कर देश की सेवा कर रही है.
वीनिता की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए न केवल मेहनत और समर्पण, बल्कि साहस और संघर्ष की भी आवश्यकता होती है। उन्होंने अपनी माता-पिता के साथ उच्च शिक्षा के लिए लड़ा और अंत में अपने सपनों को हासिल किया।