Success Story of Aniket Kumar Dwivedi Gopalganj Bihar : कड़ी मेहनत जब सफलता के रूप में जब हमारे सामने खड़ी होती है तो हम से ज्यादा ख़ुशी हमें चाहने वालों को होती है. अनिकेत कुमार द्विवेदी जब UPSC की कठिन परीक्षा पास कर अपने गाँव लौटे तो उनका स्वागत बड़े ही हर्षोल्लास के साथ किया गया. जिसे देख कर यह लगा की हमारे कामयाबी में अकेले नहीं आती वो अपने साथ कई लोगो की खुशियाँ साथ लेकर आती है. अनिकेत कुमार को UPSC (Union Public Service Commission ) में इस बार 226वीं रैंक हासिल हुई है.
अनिकेत कुमार द्विवेदी अब IPS (Indian Police Service) बनेंगे. वे अपने गांव के पहले ऐसे वयक्ति होंगे को UPSC क्रैक करके IPS बनेंगे. वे बताते है की शुरू में उनका इंग्लिश काफी वीक था. उनका ग्रामर भी स्ट्रोंग नहीं था. फिर वो इंग्लिश के कोचिंग सेंटर को ज्वाइन कर लिया . धीरे-धीरे उनकी लिटरेचर और ग्रामर ठीक हो गई. इसमें उनके पिता और गुरु का काफी योगदान रहा.
पिछले साल वो UPSC के मैन्स की परीक्षा तक पहुच पाए थे. लेकिन उनको साक्षात्कार के लिए नहीं कॉल किया गया . उसके बाद वो काफी निराश हो गए थे. उनके माता पिता और शिक्षक ने अनितेक द्विवेदी को हिम्मत दिया और कहा तैयार जारी रखो अलगे वर्ष पक्का सिलेक्शन होगा. और वही हुआ इस वर्ष उनको आल इंडिया 226 रैंक प्राप्त हुआ है.
अनिकेत मूलतः गोपालगंज जिले के रहने वाले है. उनका घर सदर प्रखंड के हजियापुर वार्ड नंबर 9 में है. इस उपलब्धि के साथ वह अपने गांव का नाम रोशन किया है. हजियापुर के निवासी अनिकेत के परिवार और साथी गांववाले उनकी सफलता का गर्व महसूस कर रहे हैं इसीलिए उनका स्वागत फूल और मालाएँ पहना कर किया गया है.
उन्होंने कहा है की मेरे सफ़लत में सबसे बड़ा योगदान मेरे शिक्षक गिरीश चंद्र सिंह की है. उन्हें जीवन के मूल्यों और शिक्षा के महत्व को सिखाया है. अनिकेत के पिता और माँ दोनों ही शिक्षक और शिक्षिका है. वे तीन भाई है जिसमे अनिकेत सबसे बड़े है.