समाज उसी को सलाम करता है जो सभी तरह की कठिनाई के लड़कर सफलता पाता है. समस्या तो सभी के जीवन में आती है लेकिन उससे कैसे निपटना है ये हमेश उस व्यक्ति पर निर्भर करता है. जो हार मान लेता है वो कभी कुछ नहीं कर पाता है और जो गिरकर भी उठता है उसकी जीत निश्चित हो जाती है. बिहार के बांका जिले का अपूर्व शर्मा के पिता जब चले गए तो उनको भी बहुत दुःख हुआ होगा. लेकिन अपूर्व ने कभी हार नहीं मानी और पाने पिता के सपनो को पूरा किया.
भारतीय लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) का रिजल्ट आया था. अपूर्व ने भी अपना रिजल्ट चेक किया. रिजल्ट देखते ही उनके आँखों में आंसू आ गए. उन्होंने सोचा आज पापा होते तो उनको कितना अच्छा लगता. अपूर्व शर्मा UPSC की परीक्षा में 163 रैंक प्राप्त कर लिए थे. उनके ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था. सबसे पहले उन्होंने अपनी माँ शबनम शर्मा को यह खुशखबरी दी. फिर अपनी छोटी बहन को बताया की “मै अब IAS अधिकारी बन गया हूँ”. बता दें की अपूर्व की बहन बैंक ऑफ़ अमेरिका में काम करती है.
अपूर्व ने कहा की इस UPSC की परीक्षा को क्रैक करने में मुझे काफी मेहनत करने पड़े. लेकिन पिता को दिया गया वचन मुझे हमेशा पढने को प्रेरित करते थे. उन्होंने आगे कहा की मै रोजाना करीब 10 से 12 घंटे की पढाई करता था. UPSC के पहले दो प्रयास में वो असफल रहे थे. लेकिन इसबार तीसरे प्रयास में उनको सफलता मिली है.
आपको बता दें की UPSC की तैयार करने से पहले अपूर्व शर्मा प्राइवेट नौकरी करते थे. उनकी 32 लाख रुपया सालाना का सैलरी पैकेज था. उन्होंने IIT से ग्रेजुएशन किया था. इतनी बड़ी सैलरी होने के बाद भी उन्होंने UPSC जैसी कठिन परीक्षा देने को सोचा ये एक बड़ी बात है. अब वो IAS बन चुके है.