कभी-कभी मामूली काम से शुरू की गई कंपनी एक दिन करोडो की कंपनी बन जाती है. इसमें उनके चलाने वाले का बहुत बड़ा हाथ होता है. वो ऐसे आईडिया पर काम करते है वो किसी ने सोची भी नहीं होती है. कबीर बिसवास भी एक युवा उद्योग पति होने के नाते कुछ ऐसा ही किया. एक whatsapp ग्रुप बना कर एक सफल कंपनी के रूपांतर कर दिया.
कबीर बिसवास ने वॉट्सएप ग्रुप के माध्यम से कंपनी शुरू की थी. इनके कंपनी का नाम Dunzo है. Dunzo का आज का वैल्युएशन अब 6400 करोड़ रुपये है। भारत के कई शहरों में यह डिलीवरी एप काम कर रही है. ऐसा माना जाता है की मात्र 4 वर्षो में ही Dunzo के करोडो की संपत्ति बना ली है.
Dunzo एप के फाउंडर कबीर विसवास ने बताया की कंपनी फ़िलहाल घाटे में चल रही है. FY23 में 1,800 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। कई बार इसमें काम कर रहे कर्मचारी को सलेरी देने में भी कठिनाई का सामना करना पड़ा है. टॉप मैनेजमेंट से कई लोग कंपनी छोड़ कर चले गए है. जिससे कंपनी को लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है.
कबीर ने 10 साल में अपनी कंपनी को बड़ी ऊँचाई पर पहुंचाया है। आपको बता दें की Dunzo एप के शुरुआत 2014 में हुई थी. शुरुआत में ये लोग whatsapp ग्रुप से किराना के सामान का आर्डर लेते थे. लेकिन बाद में इसके लिए वो Dunzo एप बनवा लिया. धीरे-धीरे पुरे शहर से आर्डर आने लगे. Dunzo की वैल्युएशन 775 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई।
10 वर्षों में कबीर ने इस स्टार्टअप को ऊपर ले जाया। Dunzo, ब्लिंकिट और स्विगी के बाद वो किराने और जरूरी सामान डिलीवरी करने लगे, फिर Dunzo ऐप बनाई। कंपनी ने अपनी सेवाएं कई शहरों में बढ़ाई, लेकिन आर्थिक स्थिति में कमी हो रही है, सैलरी देरी हो रही है और FY23 में 1,800 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।