दोस्तों सपने देखने का हक़ सबको है. लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है. ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है शीतल धीमान की जिन्होंने साधारण परिवार से होते हुए भी अपनी मेहनत और लगन के बल पर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर अपने गांव और परिवार का नाम रोशन किया आइये जानते है इनकी सफलता के बारे में…
जानकारी के अनुसार शीतल धीमान हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के पालमपुर स्थित भरमात गांव की रहने वाली हैं. इनके पिता का नाम सुरेंद्र धीमान है. जो कि वो एक कारपेंटर हैं. वही इनकी माँ का नाम राधा है. जो कि एक हाउसवाइफ हैं.
साधारण परिवार से ताल्लुक रखने के बावजूद शीतल ने हमेशा बड़े सपने देखे और उन्हें पूरा करने की ठानी. बता दे कि शीतल धीमान ने अपनी कठिन परिश्रम और हिम्मत से भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट का पद हासिल की वही आपको जानकारी दे दे कि शीतल का पोस्टिंग ईस्टर्न कमांड अस्पताल कोलकाता में हुआ है.