बिहार में विकास की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. बिहार में एक और बड़ी परियोजना आकार ले रही है. यह परियोजना कोई रोड या भी रेल से जुडी नहीं है बल्कि यह परियोजना बिजली उत्पादन करने वाली पावर प्लांट से जुडी है. बिहार में बनने वाले यह पॉवर प्लांट से बिहार को बिजली को मिलेगी ही इसके साथ बिहार के हजारों युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी. जी हां दोस्तों हम बात कर रहे है बिहार के सबसे बड़े थर्मल पॉवर प्लांट जिसका नाम बक्सर-चौसा थर्मल पावर प्लांट है. यह बिहार के बक्सर जिला के चौसा में बन रह है. इसका कार्य पिछले 5 वर्षो से चल रह है. उम्मीद यही की जा रही है की यह पॉवर प्लांट अगले वर्ष पूरी तरह से कार्यरत होने लगेगी.
10 हजार करोड़ रुपये की बड़ी परियोजना
बक्सर के चौसा में बनने वाला यह थर्मल पावर प्लांट करीब 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है. जानकारी मिल रही है की चौसा में बन रहे इस सोलर पॉवर प्लांट का निर्माण की शुरुआत 2019 में हुई थी. साथ ही यह भी बता दें की अब तक इस पर 9 हजार करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. इस पॉवर प्लांट का निर्माण अब अपने आखिरी दौड़ में है क्योकि इस पावर प्लांट का निर्माण कार्य लगभग 80% पूरा हो चुका है और इसे 2025 तक पूरी तरह से चालू करने का लक्ष्य रखा गया है.
बक्सर-चौसा थर्मल पावर प्लांट बिहार के लिए कई मायने में मील का पत्थर साबित होगा. क्योकि बक्सर थर्मल पावर प्लांट की दो यूनिटें मिलकर 1320 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेंगी. इससे राज्य को बिजली उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनाएगा. पावर प्लांट के निर्माण और संचालन के दौरान कुल 1265 नौजवानों को सीधा रोजगार मिलेगा. यह विशाल परियोजना कुल 1058 एकड़ जमीन पर बनाई जा रही है. उम्मीद की जा रही है कि यह पावर प्लांट 2025 तक पूरी तरह से तैयार हो जाएगा.