दोस्तों जब दिल में जुनून हो और कड़ी मेहनत का साथ हो तो मुश्किल रास्ते भी आसान हो जाते हैं. नवनीत आनंद की कहानी ऐसी ही एक मिसाल है. बिहार के पूर्णिया जनपद के रहने वाले नवनीत ने अपनी मां के हौसले और अपनी मेहनत के बल पर UPSC की परीक्षा पास करके एक इतिहास रच दिया. आइये जानते है इनकी यूपीएससी यात्रा के बारे में…

जानकारी के मुताबिक नवनीत आनंद मूल रूप से बिहार के पूर्णिया जिले के हरभंगा गांव के निवासी है. नवनीत का सफर आसान नहीं था. बचपन में ही उन्होंने अपने पिता को एक सड़क हादसे में खो दिया था. इसके बाद उनकी मां ने अकेले ही उनकी परवरिश की. आर्थिक तंगी और समाज की ताने के बावजूद उनकी मां ने कभी हार नहीं मानी और नवनीत को हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती रहीं.

वही अबत करे हम इनकी पढाई लिखाई कि तो बचपन से ही पढाई लिखाई में तेज नवनीत ने सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ राजस्थान से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की. वह नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में जाना चाहते थे. लेकिन मायोपिया के कारण उनका यह सपना अधूरा रह गया. फिर उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की. और सरकारी नौकरी की तैयारी में जुट गए.

महज 21 साल की उम्र में नवनीत ने अपनी मेहनत के बल पर CISF में असिस्टेंट कमांडेंट की नौकरी पा ली. इसके साथ ही उन्होंने CDS और UGC NET JRF परीक्षाएं भी पास कर लीं. लेकिन उनकी मंजिल थी UPSC जिसके लिए उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखा. बता दे कि शुरुआती दो प्रयासों में असफलता के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपने तीसरे प्रयास में वर्ष 2023 में UPSC परीक्षा में 499वीं रैंक प्राप्त किये.