जब तक आपको कोई साथ नहीं देगा तो आप किसी भी परीक्षा में सफलता हासिल नहीं कर सकते है. खासकर यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए परीक्षार्थी को पूरी तरह से परिवार और शिक्षक का सपोर्ट होना बहुत जरुरी होता है. क्योकिं आज के इस आर्टिकल में हम आईएएस अधिकारी स्वाति मीणा के बारे में बताने जा रहे है. जिनको भी यूपीएससी की परीक्षा के दौरान परिवार से पूरी तरह सपोर्ट मिला था.
आईएएस अधिकारी स्वाति मीणा (IAS Officer Swati Meena) मूल रूप से राजस्थान राज्य के अजमेर की रहने वाली हैं. उनकी मां पेट्रोल पंप का संचालन करती हैं. जिसके चलते उन्होंने बचपन से ही अपनी बेटी स्वाति को अच्छी शिक्षा करवायी. हालाकिं स्वाति मीणा की शुरुआती शिक्षा की पढ़ाई अजमेर से पूरी हुई लेकिन उसके बाद उन्होंने यूपीएसी की एग्जाम देने का मन बनाया और तैयारी में जुट गईं.
आईएएस अधिकारी स्वाति मीणा को परिवार की तरफ से उनकी माँ ने उनको बहुत ज्यादा सपोर्ट किये. जिसके चलते स्वाति मीणा ने अपनी मेहनत से पढाई कर महज 22 साल की उम्र में ही साल 2007 की यूपीएससी की एग्जाम में पुरे ऑल इंडिया में 260वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बन गई. आईएएस अधिकारी बनने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग मध्य प्रदेश में IAS अधिकारी के रूप में कैडर मिला.
हालाकिं आईएएस अधिकारी स्वाति मीणा (IAS Officer Swati Meena) मध्य प्रदेश में आईएएस अधिकारी का पद संभालते हुए मध्य प्रदेश के कई सारे खनन माफिया के विरुद्ध भी कई अभियान चलाए हैं. जिससे उनकी सराहना मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में भी होने लगी थी. वही स्वाति मीणा जिस समय आईएएस अधिकारी बनी थी उस समय वह देश की सबसे कम आयु में बनने वाली पहली आईएएस महिला अधिकारी थीं.