success story: दोस्तों यह प्रेरणादायक कहानी है. प्रयागराज के एक गरीब किसान की बेटी संध्या सरोज की. बता दे कि संध्या सरोज को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के द्वारा चयन किया गया है. और संध्या सरोज को जापान दौरे का मौका मिला है. आइये जानते है इनकी इस उपलब्धि के बारे में…
जानकारी के अनुसार संध्या सरोज मूल रूप से प्रयागराज के मऊआइमा ब्लॉक के सुल्तानपुर गांव की रहने वाली है. संध्या के माता-पिता एक गरीब परिवार से हैं. और उन्होंने अपनी बेटी को बहरिया के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में दाखिल करवाया है. संध्या पांच बहनों और दो भाइयों में बीच में आती है.
बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो बचपन से ही पढाई लिखाई में तेज संध्या अपने मामा राजेंद्र के यहां रहकर पढ़ाई कर रही है. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की प्रिंसिपल प्रतिमा शुक्ला ने बताया कि संध्या का दाखिला आठवीं कक्षा के बाद विद्यालय में हुआ था. और उसने हमेशा विज्ञान में रुचि दिखाई है.
यह यात्रा संध्या के लिए एक सपने के सच होने जैसा है क्योंकि उसने कभी नहीं सोचा था कि उसे विदेश जाने का मौका मिलेगा. जापान में जाकर वह वहां की तकनीक विज्ञान और संस्कृति की जानकारी प्राप्त करेगी. वह 10 से 16 नवंबर तक जापान दौरे पर रहेगी. और इसके लिए उसका पासपोर्ट लखनऊ में बनवाया गया है.