बिहार में विकास की कहानी कुछ इस कदर लिखी जा रही है की ऐसा लग रहा है अलगे 5 से 10 वर्षो में बिहार एक पूर्ण विकसित राज्य बनकर उभरेगा. जी हां दोस्तों बिहार में रेलवे हो या रोड हो या एक्सप्रेसवे हो या फ्लाईओवर हो सभी पहलुओ पर जोर शोर से काम चल रहा है. कई लोगो का कहना है की बिहार में विकास की नई इबारत लिखी जा रही है. राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने और यातायात को सुगम बनाने के लिए सरकार ने बड़े पैमाने पर परियोजनाएं शुरू की हैं. आपको बता दें की हाल ही में बिहार को फिर से एक बड़ी सौगात मिली है जिसमें 1 मेगा ब्रिज, 2 फ्लाईओवर, 25 अंडरपास और 1 आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) का निर्माण किया जाएगा. जी हां दोस्तों बिहार के राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) 139W के लिए राशी को स्वीकृति मिल गई है. आइये जानते है इसको पूरी डिटेल से .
आपको बता दें की इस नए प्रोजेक्ट के माध्यम से बिहार में हाई स्पीड कॉरिडोर का निर्माण भी किया जा रहा है. यह हाई स्पीड कॉरिडोर बिहार की राजधानी पटना से बेतिया के बीच बनेगा. यह हाई स्पीड कॉरिडोर बौद्ध सर्किट के रास्ते से होकर गुजरेगा. इस पटना से बेतिया वाला कॉरिडोर से बिहार के अन्य जिलों को भी काफी लाभ होगा. इसमें वैशाली, समस्तीपुर, हाजीपुर , मुजफ्फरपुर , बेतिया, मोतिहारी, और पटना जिला शामिल है. आपको पता है की बौद्ध सर्किट एक प्रमुख पर्यटन स्थल है. पटना बेतिया के इस कॉरिडोर के बनने से यात्रियों को बेहतर यातायात सुविधाएं मिलेंगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
1712 करोड़ रुपये की परियोजना
पटना बेतिया कॉरिडोर के इस व्यापक योजना के तहत 1712 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है. अब इसका उपयोग एनएच 139 डब्ल्यू के विस्तार के लिए किया जाएगा. माणिकपुर से साहेबगंज तक 44.65 किलोमीटर लंबा स्ट्रेच विकसित होगा. इन परियोजनाओं के तहत 1 मेगा ब्रिज और 2 नए फ्लाईओवर बनाए जाएंगे. इन फ्लाईओवरों के निर्माण से शहरों में ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी . राज्य में 25 नए अंडरपास और 1 आरओबी का निर्माण भी किया जाएगा.