देखा जाये तो पिछले वर्ष साल 2024 में कई सारी बिहार की पुल कमजोर होने के कारण धराधर गिर गई. अब बिहार में नए सिरे से पुल बनाने का कार्य शुरू हो रहा है. लेकिन इस बार सभी पुल मजबूती से बनाई जाएगी. बिहार में कई नदी पर अभी पुराने पुल से ही काम चल रहा है या फिर कई नदी ऐसी है जहाँ पुल ही नहीं है. तो अब पुरे बिहार के विकास को नई गति देने के लिए पुल , फ्लाईओवर और ROB का निर्माण लगातार किया जा रहा है. यह खबर बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से जुदा हुआ है. आपको बता दें की मुजफ्फरपुर जिले में एक नया पुल बनने जा रहा है.
मुजफ्फरपुर जिले में यह पुल बंदरा और सकरा-मुरौल प्रखंड को जोड़ेगा. वर्तमान में इस जगह पर लोगो को अवाहाजी में काफी दिक्कत होती है. लेकिन अब पुल आने से लोगो में काफी चहल पहल देखि जा रही है. इस पुल की लागत 100 करोड़ रुपये होगी. यह पुल बूढ़ी गंडक नदी पर बनेगा. सबसे खास बात यह है की मुजफ्फरपुर जिलें में बनने वाला यह पुल NH-57 से सीधे जुड़ जाएगा. बंदरा के रतवारा और ढोली के बीच यह पुल बनेगा. इस पुल की कुल लम्बाई 325 मीटर होगी.
मुजफ्फरपुर को मिलेगा डायरेक्ट हाईवे कनेक्टिविटी
यह पुल मुजफ्फरपुर और आसपास के क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजमार्ग 57 से सीधे जोड़ देगा. नेशनल हाईवे -57 पहले ही मुजफ्फरपुर को पूर्णिया से जोड़ता है. अगर हम नेशनल हाईवे 57 की बात करे तो यह हाईवे मुजफ्फरपुर से दरभंगा , सुपौल, नरपतगंज, फोर्बिसगंज होते हुए अरिया और झंझारपुर के रस्ते पूर्णिया तक जाती है. इस नेशनल हाईवे की कुल लम्बाई 310 km है. मुजफ्फरपुर जिलें में बनने वाला यह पुल नेशनल हाईवे 57 से जुड़ने के बाद कई जिलों का डायरेक्ट एक्सेस मिल जाएगी.
इस पुल की वजह से दोनों ओर डेढ़-डेढ़ किमी की सड़कें भी बनेंगी. इस पुल के बनने से मुजफ्फरपुर और आसपास के प्रखंडों के बीच यात्रा करना आसान हो जाएगा. इनमे से कुछ नाम निचे दिए गए है:
बंदरा
मुरौल
रतवारा घाट
पूसा
रैनी गांव
रतवारा भट्ठी चौक
जारंग
सकरा
ढोली
बूढ़ी गंडक