बिहार राज्य के सड़कों और पुलों में पिछले पांच से दस साल के मुकाबले बहुत विकास देखने को मिल रहा है. वही बिहार राज्य के परिवहन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने परिवहन विभाग के बजट में बिहार को कई नई एक्सप्रेस वे की सौगात दी है. हालाकिं बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बताया है कि बिहार राज्य में सड़कों और पुलों का निर्माण के रख-रखाव पर भी काफी ध्यान दिया जा रहा है.
वही बिहार सरकार ने इस परियोजना के तहत बिहार के सभी पुलों का हेल्थ कार्ड बनाने का निर्णय भी लिया है. जिससे पुलों का प्रबंधन सुगम हो सके. वही बिहार के परिवहन मंत्रालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार राज्य में जितने भी पुल और सड़के होंगे उन सभी का बीमा किया जाएगा. जबकि बिहार राज्य में बहुत जल्द ही नए वित्त वर्ष में चार महत्वपूर्ण एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा.
वही बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने आगे कहा है की बिहार राज्य में वर्तमान में 4-लेन एक्सप्रेस-वे का ही प्रस्ताव है लेकिन बिहार को 6-लेन के रूप में विकसित करने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया है. वही उन्होंने आगे कहा है कि फ़िलहाल बिहार राज्य में 13,500 पुलों की संख्या को बेहतर रख-रखाव हेतु पुल अनुरक्षण प्रबंधन मार्गदर्शिका तैयार की गई है.
वही आपको हम बता दे की बिहार राज्य में इन चार महत्वपूर्ण एक्सप्रेस-वे शामिल गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे जिसकी लंबाई 519 किमी है. दुसरे नंबर पर रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस-वे शामिल है. जिसकी कुल लंबाई 650 किमी है. जबकि तीसरे नंबर पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे है जो बिहार के बक्सर से पटना होते हुए भागलपुर तक की कुल लंबाई 345 किमी और चौथे नंबर पर पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे शामिल हैं. जिसकी कुल लंबाई 215 किमी हैं.
हालाकिं बिहार में इन परियोजनाओं के निर्माण कार्य के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से भी अनुरोध किया है. वही इसके साथ बिहार की राजधानी पटना के दीघा से गांधी मैदान के बीच 7 किमी जेपी गंगा पथ के दोनों तरफ 50 हेक्टेयर भूमि के 90 प्रतिशत भाग में हरित क्षेत्र का निर्माण भी होगा. हालाकिं 10 प्रतिशत भाग में अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ रिवर-फ्रंट, पार्क, वानस्पतिक उद्यान, फूड कोर्ट, साइकिल ट्रैक, पैदल पथ, पार्किग आदि का विकसित होगा.