बिहार में मानसून का कहर अगले 24 घंटों में जोर पकड़ सकता है. बिहार में इस वर्ष मानसून काफी कमजोर रहा. पुरे अगस्त और सितम्बर महीने में बारिश के नाम पर सिर्फ बूंदा बूंदी देखने को मिली. और जहाँ तक गर्मी का सवाल है तो इस वर्ष की उमस वाली गर्मी ने बिहार के लोगो को बेहाल कर दिया. दिन के वक्त इतनी उमस होती है की पसीना नहीं रुकता है. आसमान में बादल छाये रहने की वजह से उमस में लगातार बढ़ोतरी होती रहती है. बीच बीच में चिलचिलाती धुप भी रहा सहा कसर पूरा कर देती है. लेकिन अब मौसम विभाग ने तेज बारिश और जोरदार मेघ गर्जन का अलर्ट जारी किया है. रिपोर्ट में कहा गया है की राज्य के कुल 21 जिलों में भारी बारिश की संभावना है.
मौसम विभाग यह कह रही है की इस वर्ष मानसून देर से आएगी लेकिन दुरुस्त आएगी. अगले 24 से 48 घंटे में राजधानी पटना , वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, किशनगंज, अररिया, सुपौल, सीतामढ़ी, पूर्णिया, भागलपुर, समेत मधेपुरा और सहरसा में काले मेघ के गर्जन के साथ वज्रपात और तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है. आने वाले एक से दो दिनों में होने वाली बारिश से उमस भरी गर्मी से जूझ रहे लोगों को कुछ राहत मिल सकती है. राजधानी पटना समेत कई जिलों में पिछले 10 दिनों से लगातार उमस और गर्मी का सामना कर रहे लोगों के लिए यह बारिश एक बड़ी राहत साबित हो सकती है.
बिहार में अगले 24 घंटे का मौसम पूर्वानुमान
अगले 24 घंटों में बिहार के कई हिस्सों में तेज बारिश होने की संभावना है. बारिश के साथ तेज मेघ गर्जना की भी चेतावनी जारी की गई है साथ ही बिजली गिरने का अंदेशा भी बना रहेगा. मौसम विभाग के अनुसार बारिश का Precipitation स्तर 62% तक हो सकता है. हवा में Humidity यानी आर्द्रता 70% तक रहने की संभावना है. बारिश के बावजूद तापमान में बहुत ज्यादा गिरावट नहीं होगी क्योकि बीच बीच में तीखी धुप का कारनामा जारी रहेगा. अधिकतम तापमान 35°C और न्यूनतम तापमान 29°C के आसपास रहेगा. हवाएं भी लगभग 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं.
बिहार में मॉनसून ट्रफ लाइन की स्थिति
जानकारी के लिए आपको बता दें की इस वर्ष बिहार में कम बारिश होने की सबसे बड़ी वजह यह है की मानसून की टर्फ लाइन बिहार से होकर नहीं गुजर रही है. इस वर्ष मॉनसून ट्रफ वर्तमान में राजस्थान, उत्तर प्रदेश से होते हुए पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक बन गया है. येही कारण है की इस वर्ष बिहार में मानसून काफी कमजोर रहा. जहाँ जहां से टर्फ लाइन गुजरी है वहां काफी बारिश हुई है.