बिहार के गया जिला के एक मजदुर के घर में उस वक्त ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी जब उनको पता चला की उनके घर का लड़का बिहार के मेट्रिक परीक्षा में जिला टॉपर बन गया है. जी हाँ दोस्तों ये वाकया गया जिले के टॉपर आयुष का है. रिजल्ट की खबर सुनते ही माता और पिता दोनों के आँखों में आंसू आ गए थे.
अपनी सफलता पर आयुष ने बताया की वो सेल्फ स्टडी से ये मुकाम हासिल की है. उन्होंने बताया की मेरे पिता एक मजदुर है. और मेरी माँ गृहिणी है. आपको बता दें की आयुष को बिहार के मेट्रिक परीक्षा में कुल 477 अंक प्राप्त हुए है. जो पुरे गया जिले में सबसे ज्यादा है.
मिली खबर के अनुसार आयुष के पिता का नाम नागेंद्र कुमार है. और मां का नाम अनुपमा देवी है. आगे आयुष ने बताया की वो भविष्य में डॉक्टर बनना चाहते है. आयुष गुरुआ प्रखंड के रघुनाथपुर खाप के मूल निवासी है. उनकी पढाई लिखाई उत्क्रमित उच्च विद्यालय रघुनाथपुर खाप से हुई है.
आयुष कहते है की उनकी पढाई के लिए परिवार ने काफी कर्ज ले रखा है. वो आगे कामयाब हो कर उस कर्ज को उतारना चाहता है. आयुष के परिवार की तरफ से उसके सपनों को साकार करने का पूरा समर्थन है। आयुष की सफलता ने गांव का नाम ऊंचा किया है। आयुष की यह उपलब्धि उसकी मेहनत, परिवार के साथीदारी और संघर्ष का परिणाम है।