दोस्तों यह प्रेरणादायक कहानी है हरियाणा के महेंद्रगढ़ की रहने वाली आईएएस दिव्या तंवर(IAS Divya Tanwar) की. बता दे कि आईएएस दिव्या तंवर महज 21 वर्ष की उम्र में IPS फिर 22 वर्ष की उम्र में बिना कोचिंग किये ही बनी IAS आइये जानते है इनकी यूपीएससी यात्रा के बारे में….
जानकारी के मुताबिक दिव्या की पिता के देहांत के बाद उनकी माँ ने मजदूरी कर उनका और उनके 2 और भाई-बहनों का परवरिश अकेले ही की. दिव्या के पिता की मौत तब हुआ जब दिव्या सिर्फ 8- 9 साल की थी. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो दिव्या बचपन से ही पढाई लिखाई में तेज रही है.
वही आपको बता दे कि दिव्या अपनी सुरुआती 5वीं क्लास तक की पढाई गांव के ही सरकारी स्कूल सेपूरा की है. इसके प्रश्चात छठी से 12th तक की पढाई नवोदय विद्यालय से की है. साथ ही आपको बता दे कि स्कूल के समय ही एक बार कोई फंक्शन में SDM आए थे. और कुछ भाषण दिए थे. दिव्या उनके भाषण और रुतबे से प्रभावित हुईं. और उसी समय उन्होंने यह सोच लिया कि उन्हें यही बनना है.
वही आपको बता दे कि दिव्या बीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद ही सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी शुरू कर वर्ष 2021 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में अपने पहले ही प्रयास में पुरेदेश में 438वीं रैंक हासिल की और IPS के लिए चयनित की गई.
आईपीएस बनने के बाद भी दिव्या अपनी आगे की पढाई जारी रखी. और वर्ष 2022 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में फिर सेभग ली. और इस बार दिव्या ने आल इंडिया रैंक 105 हासिल की और आईएएस बन गई. ऐसा कर उन्होंने अपने सपने को सिर्फ 22 वर्ष की उम्र में ही पूरा कर लिया.