दोस्तों यह प्रेरणादायक कहानी है. बिहार राज्य के सारण जिले के सैदपुर मोहल्ले में रहने वाले शम्भु प्रसाद के 25 वर्षीय बेटे सन्नी की. बता दे कि सन्नी ने वैज्ञानिक सहायक (बी) के चयन में उपलब्धि हासिल कर अपने परिवार और गाव का नाम रौशन किया है. आइये जानते है इनकी इतनी बड़ी सफलता के बारे में…
जानकारी के अनुसार सन्नी के पिता का नाम शम्भु प्रसाद है. जो कि वो एक ठेले पे सब्जी बेचने का काम करते है. दरअसल एक बार की बात है जब रात के लगभग 2:00 बजे जब सन्नी के परिवार के सभी लोग सोए हुए थे. तब अचानक उनकी घर की दिवार गिर गई. जिसमे उनके साथ साथ उनके पिता को पैरों में बहुत चोट लगी.
और चोट ऐसे लगी की डॉक्टर को उनके पैर काटने पड़े. इस भयानक घटना से सन्नी को बहुत से दिकत्तो का सामना करना पड़ा पिता के पैर न होने के बाद घर चलाने वाला कोई नही था तब सन्नी की माँ एक स्कूल में खाना बनाने का काम मिला और उनकी माँ काम करने लगी. फिर कुछ दिनों के बाद सन्नी के बड़े भाई भी एक गैरेज में काम करने लगे. किन्तु उस पैसों से भी घर का पूरा खर्च नही चल पाता था.
घर का खर्च न चल पाने के कारण सन्नी खुद काम करने लगे. और काम के साथ साथ पढाई भी करने लगे. और उन्होंने अपने मेहनत और हिम्मत से साल 2024 में भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग की स्वायत्त संस्था समविश्विद्यालय होमी भाभा रोड मुंबई में संचालित टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान में सहायक वैज्ञानिक (बी) एकल पद पर सफलता प्राप्त किये है. सन्नी अपने परिवार के साथ