IAS success story: दोस्तों प्रत्येक वर्ष भारत देश के द्वारा सिविल सेवा UPSC की परीक्षा का आयोजन किया जाता है. और इस कठिन परीक्षा में लोग लाखों की नौकरी छोड़ कर तैयारी करते है और सफलता हासिल कर आईएएस आईपीएस बनते है. ऐसे ही कुछ कहानी है आईएएस प्रतिभा वर्मा की.
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर की रहने वाली प्रतिभा के पिता सरकारी इंटर कॉलेज के रिटायर्ड प्रिंसिपल हैं. और इनकी माँ एक शिक्षिका है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई कि तो प्रतिभा बचपन से ही पढाई लिखाई में काफी तेज रही है.
वही इन्होने अपनी प्रारंभिक पढाई के बाद जेईई की एग्जाम में सफलता हासिल की. जिसके बाद रैंक अच्छी होने के वजह से प्रतिभा को आईआईटी दिल्ली में एडमिशन मिल गया. साथ ही आपको बता दे कि आईआईटी दिल्ली की प्लेसमेंट ड्राइव में प्रतिभा को एक मोबाइल कंपनी में जॉब मिल गई थी.
वही आपको बता दे कि जॉब करते हुए प्रतिभा का मन यूपीएससी की तैयारी करने का हुआ. सिविल सेवा एग्जाम की तैयारी के लिए उन्होंने अपनी नौकरी से रिजाइन कर दिया. और पूरी महनत और लगन के साथ यूपीएससी परीक्षा की तियारी की. बता दे कि पहले प्रयास में प्रतिभा प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाई थीं.
फिर अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने 489वीं रैंक हासिल की. जिसके बाद उन्होंने IRS के लिए चुना गया. IRS बनने के बाद भी प्रतिभा उस पद से संतुस्ट नही थी. फिर उन्होंने छुट्टी लेकर तीसरी बार सिविल सेवा परीक्षा में सामिल हुई. और तीसरी बार में उन्होंने पुरे देश में तीसरी रैंक हासिल की और आईएएस बन गई.