भागलपुर में नए औद्योगिक क्षेत्र की संभावनाएँ: सुल्तानगंज या गौराडीह में स्थापित हो सकता है औद्योगिक हब
बिहार राज्य में अगर किसी चीज़ की कमी है तो वो है उद्योग की कमी. यहाँ बड़े बड़े फैक्ट्री नहीं है. लोग बेतहासा बेरोजगार है. लेकिन पिछले कुछ वर्षो से इस दिशा में काफी पहल की जा रही है. बिहार राज्य के औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए नए औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना पर जोर दिया जा रहा है. खबर मिल रही है की बिहार के भागलपुर जिले को एक महत्वपूर्ण औद्योगिक हब के रूप में विकसित करने की योजना बनाई जा रही है. संभावित औद्योगिक क्षेत्रों में सुल्तानगंज और गौराडीह का नाम सामने आ रहा है. हालाँकि अभी तक जमीन और भूमि का चयन नहीं किया गया है लेकिन सुल्तानगंज के आसपास ही इस औद्योगिक हब को विकसित किया जायेगा.
भागलपुर को क्यों चुना गया?
भागलपुर का चयन औद्योगिक क्षेत्र के लिए इसलिए किया जा रहा है क्योंकि यह फोरलेन हाईवे से जुड़ा हुआ है. फोरलेन होने के कारण परिवहन और माल ढुलाई के लिए अनुकूल है. भागलपुर के सुल्तानगंज-गौराडीह क्षेत्र की स्थिति और आधारभूत सुविधाओं की संभावनाओं को देखते हुए भागलपुर को मैन्युफैक्चरिंग और फैक्ट्री गतिविधियों के केंद्र के रूप में विकसित करने का विचार है. भागलपुर जिले में सुल्तानगंज और गौराडीह दो ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किए जाने की योजना बनाई जा रही है. हालांकि इस औद्योगिक क्षेत्र का आकार अभी तय नहीं किया गया है. इस परियोजना के लिए उचित भूमि की खोज जारी है .
जिन जिन तरह की फैक्ट्री की स्थापना यहाँ की जा सकती है उनके नाम निचे है:
बोतल निर्माण उद्योग
जूता निर्माण उद्योग
बैग निर्माण उद्योग
सिल्क मिल्स
भागलपुरी सिल्क उद्योग
फर्नीचर और लकड़ी का उद्योग
सौर ऊर्जा उद्योग
कृषि आधारित उद्योग
पानी और पेयजल उद्योग
कतरनी धान उद्योग
भागलपुरी सिल्क उद्योग