बिहार की राजधानी पटना में एक से बढ़कर एक बड़े – बड़े इमारते, शानदार ब्रिज और कई सारे एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जा चूका है. वही एक बार फिर बिहार की राजधानी पटना में बिहार का सबसे बड़े बापू टावर का निर्माण कार्य अब पूरा हो चूका है. पटना में स्थित यह बापू टावर को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा बहुत ही जल्द आम लोगों के भ्रमण के लिए खोल दिया जाएगा.
पटना का यह बापू टावर देश के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को समर्पित है. वही पटना में इस बापू टावर का निर्माण पटना के गर्दनीबाग इलाके में 120 फीट ऊंचे किया गया है. हालाकिं पटना में बापू टावर बनाने की शुरुआत 02 अक्टूबर 2018 को की गई थी. जिसको पूरा करने का टारगेट 28 नवंबर 2021 का रखा गया था. लेकिन काम पूरा नहीं होने के बाद इसे बढ़ाकर 31 दिसंबर 2022 कर दिया गया था.
इसके बाद भी यह काम पूरा नहीं हुआ तो इसे फिर से दोबारा बढ़ाकर जून-2023 के अंत तक समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया. हालाँकि अब इस बापू टॉवर का काम पूरा हो गया है जिसका उद्घाटन 04 फ़रवरी 2024 को कर दिया जाएगा. पटना के इस बापू टॉवर में ग्रीन टेक्नोलॉजी का प्रयोग मुख्य रूप से शामिल है. वही यह टावर देश का पहला ऐसा भवन है जिसके पूरे बाहरी भाग पर तांबे का आवरण जड़ा गया है.
जिससे इसकी चमक और भी बिखरता है. वही इस बापू टॉवर में रात के समय जब लाइटें जलती हैं तो इसकी खूबसूरती और भी बढ़ जाती है. पटना के इस बापू टॉवर में आम जानता के घुमने के लिए इस भवन में महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाएं, गांधी के विचार, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका, बिहार से लगाव और बापू के आदर्शों को स्थापित कराई गयी है.
बिहार की राजधानी पटना में में जिस जगह पर इस टावर को बनाया गया है उस जमीन का कुल क्षेत्रफल सात एकड़ है जबकि इस बापू टॉवर का कुल निर्मित क्षेत्र 10503 वर्ग मीटर है. पटना के इस बापू टॉवर में भिन्न गैलरी, अनुसंधान केंद्र, विशिष्ट अतिथियों के लिए लाउंज और प्रशासनिक कार्यालय आदि की व्यवस्था हैं. वही इस बापू टॉवर में बापू की जीवनी, शिक्षा, आदर्शों, मूल्यों और बिहार के प्रति उनके लगाव को बहुत अच्छे से दिखाया गया है.