जैसा की आप जानते होंगे की भारत देश के बिहार राज्य में रेलवे का विकास और निर्माण कार्य लगातार जारी है. इसी बिच बिहार राज्य में बहुत जल्द ही बिहार के सहरसा-मानसी 45 किलोमीटर रेलखंड का दोहरीकरण का काम भी शुरू किया जाएगा. जिससे क्रॉसिंग का झंझट पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. बिहार के सहरसा-मानसी 45 किलोमीटर रेलखंड का दोहरीकरण का टेंडर भी भारतीय रेलवे ने जारी कर दिया है. जिसमे कुल 85 लाख 44 हजार 600 रूपए का टेंडर जारी कर दिया है.
हालाकिं भारतीय रेलवे का यह टेंडर कोई भी एजेंसी लेती है तो उसे महज़ 6 महीने के भीतर पूरी दोहरीकरण के रिपोर्ट को तैयार करके रेल मंडल को सौपनी होगी. इसके बाद भारतीय रेल मंडल इस रिपोर्ट को मुख्यालय अनुमोदन के लिए भेज देंगे. वही मुख्यालय इस रिपोर्ट को स्वीकार के लिए रेलवे बोर्ड को भेजेंगे. तब इस बिहार के सहरसा-मानसी दोहरीकरण का कार्य शुरू हो पाएगा. हालाकिं इससे पहले सहरसा-मानसी रेलखंड का अमान परिवर्तन कार्य साल 2005 में पूरा हुआ था.
जिस समय भारत के रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव थे. उन्होंने ने ही सहरसा-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाई थी. उसके बाद लालू प्रसाद यादव ने सहरसा-मानसी डबल रेल लाइन के निर्माण की भी घोषणा की थी. हालाकिं फ़िलहाल अभी सहरसा-मानसी दोहरीकरण का फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है. वही सहरसा-मानसी दोहरीकरण के कार्य के अंतर्गत डिजाइन की ड्रॉइंग तथा विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी डीपीआर एवं अन्य प्रारंभिक गतिविधियों का डिटेल स्टीमेट भी बनाया जाएगा.
जानकारी के लिए आपको हम बता दे की बिहार के सहरसा-मानसी दोहरीकरण का टेंडर गिराने की अंतिम तिथि 07 मार्च 2024 तक निर्धारित की गयी है. वही सहरसा से मानसी तक 45 किलोमीटर लंबे रेलखंड पर लगभग 6 स्टेशन और दो हॉल्ट स्टेशन भी है. जबकि फ़िलहाल इस रेलखंड पर हर रोज लगभग 38 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन भी किया जाता है. वही इसमें कुछ साप्ताहिक ट्रेन भी शामिल है. इसके अलावा सहरसा से मानसी तक कई अन्य माल ट्रेन का भी परिचालन हो रहा है.
फ़िलहाल बिहार के सहरसा-मानसी रेलखंड का सिंगल लाइन होने के कारण मालगाड़ी, मेल एक्सप्रेस और यात्री ट्रेन क्रॉसिंग के कारण लेट लतीफ होते रहती है. जबकि क्रॉसिंग के वजह से कई बार ट्रेन को कोपरिया, सिमरी बख्तियारपुर, सोनबरसा कचहरी स्टेशन पर घंटे भर के लिए रोक भी दिया जाता है. इस वजह से यात्री को काफी परेशान होते हैं. ऐसे में सहरसा-मानसी रेलखंड का दोहरीकरण हो जाने के बाद क्रॉसिंग का झंझट पूरी तरह से खत्म हो जाएगा और यात्री को भी काफी सुलभ महसूस होगा.