दोस्तों यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईएएस अधिकारी बनने का सपना लाखों लोगों को होता है लेकिन यह सपना को हकीकत में पूरा बहुत कम ही लोग कर पाते है. क्योकीं यूपीएससी की परीक्षा को पुरे देश भर में सबसे कठिन परीक्षा मन जाता है. इसलिए इन परीक्षा में बहुत कम ही लोग सफल हो पाते है. लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम आईएएस अधिकारी चंद्रज्योति के बारे में बताने जा रहे है.
जिन्होंने महज़ 22 साल की उम्र में ही आईएएस अधिकारी बनी है. आपको हम बता दे की आईएएस अधिकारी चंद्रज्योति मॉक टेस्ट देकर यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी की और अपनी कड़ी मेहनत से यूपीएससी की परीक्षा की पहले ही प्रयास में पुरे ऑल इंडिया में 28 वां रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनी थी. उसके बाद चंद्रज्योति ने साल 2020 के अगस्त महीने से साल 2022 के अक्टूबर महीने तक ऑफिसर की ट्रेनिंग मसूरी में पूरी की.
उसके चार महीने बाद चंद्र ज्योति सिंह विदेश मंत्रालय में सहायक सहायक सचिव के पद पर तैनात रही. हालाकिं साल 2022 के अक्टूबर महीने से चंद्र ज्योति सिंह सुल्तानपुर लोधी में सब डिविजनल मजिस्ट्रेट के रूप में पंजाब सरकार में शामिल हुई. चंद्र ज्योति सिंह के पिता आर्मी ऑफिसर थे. जिसके वजह से उनकी शुरुआत से ही पढाई अच्छे स्कूल और कई राज्यों में हुई.
आईएएस चंद्र ज्योति सिंह (IAS Chandra Jyoti Singh) ने 12वीं पास करने के बाद हिस्ट्री ऑनर्स की डिग्री दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज सेंट स्टीफेंस से ली. और उसके बाद यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के लिए करंट अफेयर्स और जनरल नॉलेज पर अधिक फोकस रखी और परीक्षा के नजदीक आने पर रोज 7 से आठ घंटे पढाई करती थी जिसके चलते उनको यूपीएससी की परीक्षा के पहले ही प्रयास में सफलता हासिल प्राप्त हुई.