जैसा की आप जानते होंगे की देश की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी की परीक्षा को कहा जाता है. जिसमे सफलता हासिल करना सभी लोगों की बस की बात नहीं है. लेकिन आज के इस खबर में हम देश की सबसे होनहार आईएएस कृतिका मिश्रा की सफलता की कहानी के बारे में बताने जा रहे है. जिन्होंने हिंदी मीडियम से पढाई कर यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है.
जानकारी के लिए आपको हम बता दे की आईएएस कृतिका मिश्रा ने यूपीएससी की परीक्षा के पहले प्रयास में प्रीलिम और मेंस एग्जाम में सफलता प्राप्त करके इंटरव्यू परीक्षा से बाहर हो गयीं थी. लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं हरी और फिर से सेल्फ स्टडी के दम पर पढाई कर साल 2022 की यूपीएससी की परीक्षा के दुसरे अटेम्प्ट में पुरे ऑल इंडिया में 66वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनी.
आईएएस कृतिका मिश्रा उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के रहने वाली हैं. जिनके पिता का नाम दिवाकर मिश्रा है. जो एक इंटर कॉलेज में टीचर हैं. वही उनकी मां एलआईसी में कार्यरत हैं. कृतिका मिश्रा की शुरुआती शिक्षा पर नजर डाले तो उन्होंने अपनी 12वीं एवं स्नातक की परीक्षा आर्ट्स विषयों से पास किया और उसके बाद वे कानपुर यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री हासिल की थी.
उसके बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी में जुट गई थी. जिसके चलते आज उनको इतना बड़ा मुकाम हासिल हुई है. कृतिका मिश्रा ने आईएएस अधिकारी बनकर यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र को बताया की इस परीक्षा की तैयारी के लिए सबसे पहले जरूरी है सिलेबस का समझना और उसके अनुसार ही तैयारी को आगे बढ़ाना उसके बाद NCERT पुस्तकों का भी अध्ययन करना चाहिए तब जाकर ही परीक्षार्थी इन कठिन यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर सकते है.