“कोई भी लक्ष्य इंसान के संघर्ष से बड़ा नहीं ! हारा वही जो लड़ा नहीं”. इस कहावत को सही साबित कर दिया है नालंदा के गुलशन कुमार ने. गुलशन कुमार को नहीं लगता था की वो जिला टॉपर भी बन पाएंगे , लेकिन उन्होंने काफी संघर्ष किया और पुरे बिहार में तीसरा स्थान प्राप्त किया है.
आपको बता दें की नालंदा के रहने वाले 17 साल के गुलशन कुमार ने कॉमर्स में थर्ड स्टेट टॉप किया है। उनकी शुरुआती शिक्षा गांव में ही हुई. वो एक इंग्लिश मध्यम स्कूल में बढ़ते थे. लेकिन उन्होंने अंग्रेजी भाषा में अच्छी पकड़ बनाई। फिर बाद में मेट्रिक के बाद वो पटना आ गए और वहां कोचिंग जोइंग कर लिया. गुलशन ने कोचिंग के जरिए पटना से अच्छे नंबर हासिल किए।
उन्हें पुरे बिहार में तीसरी रैंक मिली. जिससे पुरे परिवार में कोअच्छी खुशी हुई। उनका परिवार भी उनकी सफलता पर गर्वित है। गुलशन की मां ने उन्हें पढ़ाई में पूरा साथ दिया। उन्हें अब अपनी सफलता को सेलिब्रेट करने का मौका मिला है।
गुलशन कुमार 17 साल के हैं. गुलशन को 500 में से 469 अंक प्राप्त हुए है। उनकी शिक्षा नालंदा के हरनैत गांव में हुई। उन्होंने पटना के कंकड़बाग में रहकर कोचिंग की। गुलशन रोज 3 घंटे कोचिंग और 5 घंटे घर में पढ़ते थे। उनका इम्तिहान अच्छा गया था, लेकिन वे थर्ड रैंक की उम्मीद नहीं थी। गुलशन चाहते हैं कि उनकी सफलता को खुल कर सेलिब्रेट किया जाए।