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पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल तैयार

11 जून को खोला जा सकता है.

कुल लम्बाई 2.2 किलोमीटर है.

पटना अब कोई पिछड़े शहरों में से नहीं रहा. पटना में यातायात की सुविधा में जो विस्तार हुआ है वह काबिलेतारीफ है. अब पटना मेट्रो सिटी की रूप में उभर रहा है. पटना में मेट्रो ट्रेन, नमो भारत ट्रेन, वन्दे भारत ट्रेन से लेकर मरीन ड्राइव और डबल डेकर फ्लाईओवर (Bihar Patna Double Decker flyover) तक सभी कुछ की सुविधा मिलने लगी है. पटना में राजपथ पर बना डबल डेकर फ्लाईओवर अब बनकर तैयार हो चूका है.

सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि देश के सबसे महत्वाकांक्षी रोड प्रोजेक्ट BharatMala project से पटना और बेतिया की दुरी भी कम हो जाएगी. आप इसके बारे में इस लेख में पढ़ सकते है. इससे यह साबित होता है की पटना में चहुमुखी विकास हो रहा है.

आपको बता दें की दिल्ली के बाद पटना में डबल डेकर फ्लाईओवर बनकर तैयार हुआ है. यह एक ऐसा फ्लाईओवर/ब्रिज होता है जिसमे 2 पायदान होंते है. दोनों फ्लोर पर अलग अलग दिशा में गाड़ियाँ चलती है. मतलब यह की जहाँ डबल डेकर फ्लाईओवर होती वहां ट्रैफिक जाम की समस्या लगभग ख़त्म हो जाती है.

अशोक राजपथ पर जाम होगी ख़त्म

राजधानी पटना में बनने वाला फ्लाईओवर अशोक राजपथ के ऊपर बना है. अशोक राजपथ एक भीड़-भाड़ वाला इलाका है. लेकिन इस फ्लाईओवर के बन जाने से लोगो और वाहनों को अब ट्रैफिक जाम से राहत मिल सकती है. दोनों तालों पर वाहन चलेंगे तो जाम की समस्या ख़त्म होगी. इस डबल डेकर फ्लाईओवर की ऊपर वाला फ्लोर गांधी मैदान से साइंस कॉलेज के दिशा में है. वहीँ निचे वाला फ्लोर पटना कॉलेज से गांधी मैदान की और जाता है.

इस डबल डेकर फ्लाईओवर से पटना मेट्रो को भी कनेक्ट किया जायेगा. प्रस्ताव यह है की पटना मेट्रो के साइंस कॉलेज वाली एंट्री गेट और एग्जिट गेट को इस डबल डेकर फ्लाईओवर से कनेक्ट किया जायगा. इस फ्लाईओवर के निर्माण में 422 करोड़ की लागत आई है.

कहां से कहाँ तक है Bihar Patna Double Decker flyover

आगमी 11 जून को पटना के इस डबल डेकर ब्रिज का उद्घाटन कर दिया जायेगा. ट्रायल का काम चल रहा है. इस फ्लाईओवर के 2 फ्लोर है. पहला फ्लोर की लम्बाई 1.5 KM है. यह फ्लोर पटना कॉलेज से शुरू होकर बीएन कॉलेज तक जा रहा है. वहीँ दूसरा फ्लोर की बात करे तो दूसरा फ्लोर 2.2 km लम्बा है. यह डेक कारगिल चौक से साइंस कॉलेज तक जाएगी.