भागलपुर में विमान सेवा की वापसी से लोगों के लिए खुशखबरी है। जिले के विकास के लिए एयरलाइन सेवा और एयर टैक्सी की मांग को लेकर जिलाधिकारी ने सरकार को पत्र लिखा है। भागलपुर शहर को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में भी शामिल किया गया है, जिसके लिए हवाई अड्डा आवश्यक है। इससे पर्यटन, शिक्षा, व्यवसायिक दृष्टिकोण से जिले का विकास होगा। भागलपुर शिक्षा का केंद्र भी है, जहां विभिन्न विश्वविद्यालय और शैक्षिक संस्थान हैं। हवाई अड्डे की वापसी से पर्यटन, शिक्षा, और व्यापार में उत्साह बढ़ेगा। एजुकेशन हब के रूप में भागलपुर को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान पर लाया जा सकेगा।
भागलपुर में विमान सेवा शुरू होने की उम्मीद है। जिलाधिकारी ने एयरलाइन सर्विस के लिए पत्र लिखा भागलपुर शहर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल हो गया है। हवाई अड्डे से चिकित्सा सेवा को बढ़ावा मिलेगा। सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल का शुरू होने वाला है। पर्यटन से जुड़े धार्मिक स्थल हैं।
विभिन्न धर्म समुदायों के लिए पर्यटन स्थल हैं। भागलपुर जिला व्यापारिक और पर्यटन धरोहरों से भरा है। अड्डे से कोलकाता, पटना और दिल्ली की सीधी उपलब्धता होगी। भागलपुर शिक्षा और स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण केंद्र है। विश्वविद्यालय और चिकित्सा महाविद्यालय मौजूद हैं। बिहार कृषि विश्वविद्यालय भी यहां है। यह जिला अन्य जिलों में प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए पसंदीदा है। विक्रमशिला विश्वविद्यालय प्राचीन धार्मिक स्थल है। अड्डा के रनवे की लंबाई 3600 फीट है।
कलिंगा एयरवेज ने 1977 में छोटा हवाई जहाज चलाया था। हवाई सम्पर्क की सुविधा की आवश्यकता है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए हवाई अड्डा आवश्यक है। पर्यटन स्थलों की विविधता इस जिले को खास बनाती है। हवाई सेवा से जिले की आर्थिक विकास में सहायता होगी।