स्कूली वैन ड्राईवर पिता के बेटे सुमित कुमार ठाकुर (Sumit Kumar Thakur) ने UPSC की परीक्षा में किया कमाल और पुरे ऑल इंडिया में 263 वां रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बने है. हालाकिं उनका बचपन बहुत गरीबी में बिता है. इनके पिता आदित्यपुर स्कूल से बच्चे को घर और घर से आदित्यपुर स्कूल ले जाने का कार्य निभाते थे जिससे इनके परिवार का खर्चा चलता था.
जानकारी के लिए आपको हम बता दे की आईएएस सुमित कुमार ठाकुर ने शुरुआती मैट्रिक शिक्षा की पढ़ाई रामकृष्ण मिशन बिष्टुपुर से पूरी की है. इसके बाद उन्होंने अपनी 12 वीं वर्ग की पढाई राजेंद्र विद्यालय से पूरी की. और उसके बाद उन्होंने BIT सिंदरी से कंप्यूटर साइंस में एडमिशन ले लिया. इसके बाद उनको यामाहा टीसीएस और मेक लाइन जैसी कंपनियों में नौकरी भी मिली.
नौकरी के दौरान सुमित कुमार ठाकुर ने अपनी एक स्टार्टअप कंपनी बनाई. उनकी यह कंपनी के कई एप्लिकेशन्स कोरोना काल में बहुत विकसित हुए. लेकिन उनका सपना था आईएएस अधिकारी बनने का जिसके चलते उन्होंने नौकड़ी के दौरान ही यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी में जुट गई. हालाकिं उन्होंने साल 2019 की यूपीएससी की परीक्षा के पहले प्रयास में फेल भी हो गए .
लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं हारी और फिर से अपनी कड़ी मेहनत से पढाई कर साल 2022 के यूपीएससी की परीक्षा में पुरे ऑल इंडिया में 263 वां रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनकर अपने माता – पिता सहित अपने पुरे देश का नाम रौशन कर दिया. सुमित की इस सफलता से केवल उनके परिवार को ही नहीं बल्कि पूरे झारखंड राज्य को भी गर्व महसूस हुआ.