Overview:
नया टर्मिनल अंतर्राष्ट्रीय सुविधा से लैस
सालाना क्षमता 25 लाख से बढ़कर 1 करोड़
यात्रियों के लिए बनाए गए हैं 64 चेक-इन काउंटर और 5 एयरोब्रिज
कई वर्षो से पटना एयरपोर्ट का काम चल रहा था. दरअसल पटना एयरपोर्ट पर एक नया टर्मिनल की जरुरत आन पड़ी थी. अब इस नए टर्मिनल का निर्माण पूरा कर लिया गया है. आपको बता दें की जिन लोगो ने इस नए टर्मिनल Patna Airport New Terminal को देखा है उनका मानना है की अब यह एयरपोर्ट पूरी तरह से बदल चुका है. नया टर्मिनल अब बनकर तैयार है.
आज हम इस नए टर्मिनल के बारे में पूरी जानकारी लेंगे. इसको अंतर्राष्ट्रीय सुविधा से सजाया गया है. यह नया टर्मिनल बहुत बड़ा और आधुनिक है.
Patna Airport New Terminal क्षमता में जबरदस्त बढ़ोतरी
चलिए आब विस्तार से बात करते है. पटना का जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट की पहले क्षमता लगभग 25 लाख सालाना के आसपास थी लेकन इस नए टर्मिनल के शुरू होने से अब इस एयरपोर्ट की सालाना क्षमता बढ़कर लगभग 1 करोड़ हो गई है.
पुराना टर्मिनल भवन सिर्फ 11,820 स्क्वायर मीटर का था. अब नया टर्मिनल भवन 65,150 स्क्वायर मीटर में फैला हुआ है. यह आकार में लगभग छह गुना बड़ा है. अब यात्रियों को बैठने की अच्छी व्यवस्था मिलेगी. यहां 64 चेक-इन काउंटर बनाए गए हैं. कैंपस एरिया बढ़ जाने से अब इसमें लंबी कतारों की परेशानी नहीं होगी.
Patna Airport के इस नए टर्मिनल में हैदराबाद, दिल्ली, बेंगलूर, पुणे, कानपूर और Mumbai जैसे एयरपोर्ट की सुविधाएं दी गई हैं. इस टर्मिनल में कुल 5 एयरोब्रिज बनाए गए हैं. इससे यात्री बिना सीढ़ी के सीधे फ्लाइट में जा सकेंगे. आने और जाने के लिए दो अलग-अलग रैंप बनाए गए हैं.
नया टर्मिनल के साथ बिहार के कई ऐसे प्रोजेक्ट है जो बिहार के उन्नति के लिए कारगर साबित होंगे. Darbhanga AIIMS भी उन्ही में से एक है. बिहार अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. बिहार में स्वास्थ्य सेवा को भी मजबूती दी जा रही है. लेटेस्ट अपडेट के अनुसार Darbhanga में बनने वाले AIIMS के लिए सरकार ने IIT Delhi को ज़िम्मेदारी दी है.
बढ़ी गई फ्लाइट्स की संख्या
पहले यहां से सिर्फ 34 फ्लाइट्स चलती थीं. अब इनकी संख्या बढ़ाकर 75 कर दी गई है. इस नए टर्मिनल की दीवारों पर बिहार की कला और संस्कृति को दिखाया गया है. Madhubani painting, छठ पूजा और अन्य पारंपरिक चित्रों से दीवारें सजी हैं.