दोस्तों संघ लोक सेवा आयोग UPSC की परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक माना गया है और इस कठिन परीक्षा में हर एक साल लाखों उम्मीदवार सामिल होते है. किन्तु सफलता कुछ तेज तरार उम्मीदवार ही हासिल कर पाते है.

आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है. जिन्होंने महज 22 वर्ष की उम्र में ही UPSC जैसे कठिन परीक्षा में सिर्फ चार महीने के सेल्फ स्टडी के बदौलत हासिल की सफलता और बनी आईएएस आइये जानते है आईएएस सिम्मी करण की सफलता के बारे में…

मूल रूप से ओडिशा की रहने वाली है सिम्मी करना अपनी शुरुआती पढाई छत्तीसगढ़ के भिलाई से पूरा की है. वही आपको बता दे कि सिम्मी ने अपनी 12th की पढाई के बाद इंजीनियरिंग करने के लिए बॉम्बे की और रुख किया और वहा उन्होंने आईआईटी बॉम्बे में अपना नामाकन करवाई.

आईआईटी बॉम्बे में पढ़ाई के वक्त सिमी को झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों को पढ़ाने का मौका मिला था. और उसी दौरान सिम्मी के मन में जनसेवा का ख्याल आया. साथ ही आपको बता दे कि सिम्मी बिना स्वार्थ भाव से लोगों की सेवा और सहायता करना चाहती थीं.

जिसके लिए यूपीएससी एग्जाम क्रैक कर सिविल सर्विस में जाने का फैसला की. और तैयारी शुरू की. और आपको बता दे कि वर्ष 2019 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में सिम्मी पहली बार सामिल हुई और पहली ही बार में उन्होंने पुरे देश में 31वीं रैंक प्राप्त कि और आईएएस बन गई.