यूपीएससी की परीक्षा को देश का सबसे मुश्किल परीक्षाओ में से एक माना गया है. और इस परीक्षा में हर साल लाखों की शंख्या में कैंडिडेट्स सामिल होते है. लेकिन सफल कुछ तेज कैंडिडेट्स ही हो पाते है. आज के इस खबर में हम आपको आईएएस गरिमा अग्रवाल की कहानी बता रहे है.
मूल रूप से मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की रहने वाली गरिमा बचपन से ही पढाई लिखाई में तेज रही है. वही इन्होने अपनी शुरुआती पढाई खरगोन के सरस्वती विद्या मंदिर से पूरा की है. साथ ही गरिमा अपनी 12th की पढाई के बाद गरिमा ने जेईई परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी.
वही आपको बता दे कि . गरिमा ने अपने पहले ही प्रयास में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में सफलता हासिल की थी. . इसके बाद उन्होंने आईआईटी हैदराबाद से बीटेक की पढाई पूरा की. इसके बाद उन्हें जर्मनी में एक कंपनी में जॉब मिली कुछ सालो तक नौकरी करने के बाद वह फिर अपने देश लौट आई.
साथ ही आपको बता दे कि देश लौटने के बाद गरिमा UPSC की तैयारी शुरू की. और पहले प्रयास में 240वीं रैंक के साथ वह आईपीएस बनी. IPS बनने के बाद भी वह अपनी प्रयास जारी रखी. और दूसरी बार सिविल सेवा परीक्षा में सामिल हुई दूसरी प्रयास में 40वीं रैंक के साथ इन्होने अपना सपना पूरा की.