एक समय था जब बिहार जैसे राज्यों में बालिकाओं को पढ़ाने लिखाने में अभिवावक ज्यादा रूचि नहीं रखते थे. लेकिन अब समय पूरी तरह से बदल गया है. बिहार जैसे पिछड़े राज्यों केलिए इससे अच्छी बात वर्तमान में कोई नहीं हो सकती. क्योकि समाज के उत्थान में पुरुष के योगदान के साथ साथ महिलाओं के […]