भारत में बुलेट ट्रेन एक सपना है. लेकिन अब देश में बुलेट ट्रेन परिचालन को लेकर कवायद तेज कर दी गई है. देश में कई बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर काम चल रहा है. उन्ही में से एक है पटना से दिल्ली बुलेट ट्रेन कॉरिडोर. आपको बता दें पटना से दिल्ली की लगभग 1000 किलोमीटर की दूरी है. बुलेट ट्रेन के परिचालन के बाद केवल 4 घंटों से भी कम समय में यह सफ़र पूरा कर लिया जायेगा. इस कॉरिडोर पर ट्रेन की अधिकतम रफ़्तार 350 किमी/घंटा होगी. DPR का निर्माण से हाई-स्पीड ट्रेन का सपना अब धीरे-धीरे हकीकत बनता जा रहा है. पटना से दिल्ली तक का सफ़र यह बुलेट ट्रेन यात्रा एक ब्रेक जर्नी होगी. यानी पहले पटना से वाराणसी का सफर करना होगा और फिर वाराणसी से दिल्ली के हाई-स्पीड कॉरिडोर के माध्यम से दिल्ली पहुंचा जाएगा . जी हां दोस्तों .
यह यात्रा दो कॉरिडोर को मिलकर होगा. पहला हावड़ा से वाराणसी वाली कॉरिडोर से पटना से वाराणसी जाना होता. क्योकि हावड़ा से वाराणसी कॉरिडोर पर पटना में इस बुलेट ट्रेन का स्टॉप दिया गया है. पटना से वाराणसी के बीच कुल 4 स्टेशन होंगे. फिर वाराणसी दिल्ली कॉरिडोर से दिल्ली पंहुचा जा सकेगा. वाराणसी से दिल्ली के बीच 13 स्टेशन तय किए गए हैं.
पटना से वाराणसी के बीच प्रमुख स्टेशन:
पटना
आरा
बक्सर
वाराणसी
वाराणसी से दिल्ली हाई-स्पीड कॉरिडोर के स्टेशन:
वाराणसी
न्यू भदोही
प्रयागराज
रायबरेली
अयोध्या
लखनऊ
कानपुर
न्यू इटावा
आगरा
मथुरा
जेवर एयरपोर्ट
नोएडा
सराय काले खां (दिल्ली)
इतनी तेज गति के कारण पटना से दिल्ली का सफर मानो बातों-बातों में ही समाप्त हो जाएगा. जहां पहले इस यात्रा में 12-15 घंटे का समय लगता था वहीं अब केवल 4 घंटे में पटना से दिल्ली का सफर पूरा किया जा सकेगा. इस महत्वाकांक्षी परियोजना के दोनों कॉरिडोर (पटना-वाराणसी और वाराणसी-दिल्ली) को 2031 तक पूरा कर लिया जाएगा. इस समय इसके लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है. हालांकि अभी तक किराया तय नहीं किया गया है. लेकिन यह उम्मीद की जा रही है कि इस हाई-स्पीड ट्रेन का किराया अन्य रेगुलर ट्रेनों की तुलना में अधिक होगा.