बिहार में कृषि क्षेत्र को एक नई दिशा मिलते हुए कुल बिहार के 12 जिलों में नया शानदार कोल्ड स्टोरेज बनाने की योजना को मंजूरी पर विचार किया जा रहा है. जानकारी के लिए आपको बता दें की बिहार के मधुबनी, नवादा, औरंगाबाद, बांका, सहरसा, जमुई, मुंगेर, जहानाबाद, लखीसराय, शेखपुरा, अरवल और शिवहर में अभी कोल्ड स्टोरेज नहीं है. इसीलिए ऐसा माना जा रहा है की इन्ही जिलों में कोल्ड स्टोरेज बनाया जायेगा.
मालूम हो की बिहार में आलू का उत्पादन काफी होता है. इसके साथ ही साग-सब्जी भी बिहार में खूब उगाया जाता है. बिहार आलू उत्पादन में भारत में तीसरा स्थान रखता है. इसके अलावा सब्जी उत्पादन में 8वां स्थान रखता है. इसीलिए यहाँ सभी जिलों में एक या एक से अधिक कोल्ड स्टोरेज होना जरुरी है. किसानों को अपनी फसलें सुरक्षित रूप से संजोने में समस्याओं का सामना करने में सहूलियत होगी.
आपको बता दें की बिहार में कोल्ड स्टोरेज की अनुमानित लागत 25 लाख रूपये तक होती है. जिसमें से 50 प्रतिशत (अधिकतम 12.50 लाख रुपये) अनुदान के रूप में प्रदान किया जाएगा. केवल इतना ही नहीं सभी कोल्ड स्टोरेज में सोलर प्लेट लगाने के लिए भी अनुदान पर विचार चल रहा है. सभी कोल्ड स्टोरेज इकाइयों को 50 प्रतिशत सौर ऊर्जा पर संचालित किया जाएगा.
हालाँकि अभी यह पुष्टि नहीं की गई है की इस जिले में यह नया वाला कोल्ड स्टोरेज बनेंगे . लेकिन जिस जिले में अभी कोल्ड स्टोरेज अभी उपलब्ध नहीं है वहां पहले प्राथमिकता दी जाएगी. जिसमे मधुबनी, नवादा, औरंगाबाद, बांका, सहरसा, जमुई, मुंगेर, जहानाबाद, लखीसराय, शेखपुरा, अरवल और शिवहर जिला शामिल है.