बिहार में अब खेल को और भी प्रोत्साहन देने के लिए शानदार ऐलान किया गया है. जानकारी मिल रही है की प्रदेश के जितने भी अव्वल दर्जे के खिलाड़ियों है उन सभीको अब सम्मान के तौर पर नौकरी दी जाएगी. अब बिहार के खिलाडियों को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे. आपको बता दें की “मेडल लाओ, नौकरी पाओ” योजना लागू की है. इसका मुख्य उद्देश्य खेल प्रतिभाओं को सीधे सरकारी विभागों में नियुक्ति देना है. इस योजना के तहत जो खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में पदक जीतते हैं तो उन्हें सरकारी विभागों में सीधे नियुक्ति दी जाती है. बिहार उत्कृष्ट खिलाड़ी सीधी नियुक्ति नियमावली 2023 के तहत नियुक्तियों की प्रक्रिया को पारदर्शी के साथ साथ और सुगम बनाया गया है.
अगर हम डाटा की बात करे तो वर्ष 2023-24 में 71 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए. इससे यह साबित होता है कि बिहार सरकार खेल को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ रोजगार की दिशा में भी कार्यरत है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार बिहार में अब तक कुल 342 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं. देश के दुसरे कई ऐसे राज्य है जहाँ खेल और खिलाडी को लेकर कई प्रत्साहन दिया जाता है. इस कड़ी में सबसे अव्वल हरियाणा है. फिर पंजाब फिर दिल्ली और दक्षिण भारत से भी खेल के प्रति कई योजना चलाई जा रही है.
योजना का उद्देश्य
खिलाड़ियों को सम्मान और रोजगार प्रदान करना.
खेल के प्रति रुचि बढ़ाना और प्रतिभाओं को पहचान दिलाना.
युवाओं को खेल क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना.
राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं में पदक जीतना अनिवार्य है
पदक जीतने के प्रमाणपत्रों
चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र दिया जाएगा.