Taruni Pandey ranks 14th UPSC: तरुणी जब ठाना था की उन्हें अपने जीवन को खुबसूरत बनानी है तो उनको पता था की ये सफर कठिन होगा। कई बार मुश्किल के पल आये खराब सेहत और कोविड के दौरान उनके जीजाजी की मौत ने परिवार को तोड़ ही डाला था। लेकिन तरुणी ने हार नहीं मानी. वो लगातार अपने पढाई और परीक्षा की तैयारी में लगी रही. उन्होंने अपनी बहन की मदद की और पढ़ाई में लगी रही। यूपीएससी की तैयारी में उन्होंने यूट्यूब का सही इस्तेमाल किया और 14वीं रैंक हासिल की। सोशल मीडिया ने उनकी तैयारी में मदद की।
तरुणी के जीवन में एक समय ऐसा आया की जब उन्हें कोविड संक्रमण से जूझना पड़ा। और देखते-ही-देखते उनके जीजाजी का निधन उनके लिए भारी हानि की बात थी। तरुणी ने हिम्मत से काम लिया. उन्होंने बिना कोचिंग के पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त की। उन्होंने यूट्यूब को तैयारी में महत्वपूर्ण साधन के रूप में उपयोग किया।
सोशल मीडिया पर सिर्फ मनोरंजन नहीं होता ये बात तो तरुणी ने साबित कर दिया है. उनके परीक्षा में सफल होने के पीछे उनकी लगन और मेहनत थी।आपको बता दें की तरुणी का जन्म पश्चिम बंगाल में हुआ और उन्होंने झारखंड में पढ़ाई की। सोशल मीडिया प्लेटफार्म ने उन्हें अधिक संबंधित और अद्वितीय जानकारी प्राप्त करने में मदद की।
उन्होंने परीक्षा में सफल होने के लिए निरंतर प्रयास किया। उनकी कहानी से यह साबित होता है कि कठिनाईयों का सामना करके भी सपनों को पूरा किया जा सकता है। उन्होंने अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास किया। तरुणी ने यूपीएससी में सफल होने के लिए अपनी सभी शक्तियों को लगा दी। उन्होंने अपने प्रतियोगी से अग्रणी बनने के लिए अद्वितीय और संघर्षशील तरीके अपनाए।