कई बार लोग सिर्फ और सिर्फ पढाई करते है. और कोई काम नहीं करते. उनका का सिर्फ पढाई करना है और कुछ नहीं. फिर भी वो सफल नहीं हो पाते. लेकिन कई बार यह देखा जाता है की लोग दूसरा काम करते हुए भी पढाई जारी रखते है और किसी भी परीक्षा को पास कर लेते है. ऐसा ही एक उदाहरण हमें इस बार के संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम में देखने को मिला है.
नितीश कुमार जो एक नौकरी करते हुए भी संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा जैसी कठिन परीक्षा को पास कर लिया है. नितीश कुमार को UPSC में 158 रैंक प्राप्त हुआ है. नितीश कुमार विशाखापट्टनम में एक एग्रीकल्चर कंपनी में काम करते थे. उन्होंने नौकरी करते हुए इस परीक्षा को पास करके यह दिखा दिया की कड़ी मेहनत के दम पर कोई भी इन्सान कुछ भी कर सकता है.
News18 पर छपी एक रिपोर्ट के अनुसार नितीश कुमार पुरे दिन नौकरी करते थे. पुरे दिन काम करके आते थे. वो रात में पढाई करते थे. आपको बता दें की उनका जन्म बिहार के दरभंगा जिले के गौरा बौराम प्रखंड क्षेत्र के आसी गांव के रहने वाले है.
नितीश कुमार की पढाई लिखाई विशाखापट्टनम से हुई है. उनका एडमिशन सैनिक स्कूल में हुआ था. वो पुरे परिवार के साथ विशाखापट्टनम में रहते है. उनके पिता एक राइस मिल में काम करते है. माँ गृहणी है. वो बचपन से ही बड़े अधिकारी बनना चाहते थे. उन्होंने ठान ही लिया था की वो IAS बन कर ही रहेंगे. इसीलिए वो नौकरी मिलने के बाद भी अपनी पढाई जारी रखा और इस बार UPSC में 158 वां रैंक लाकर सफलता प्राप्त की.
नीतेश की कड़ी मेहनत और उनकी अद्भुत दृढ़ता और उनकी निष्ठा ने उन्हें उस ऊंचाई तक पहुंचाया है जहां वह आज हैं। उनका यूपीएससी में 158वीं रैंक हासिल करना, न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि वह अपने जिले और बिहार के लिए भी एक प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं।